Thursday 13 September 2012

सावधान

परिंदो धीरे उड़ो
सावधान उड़ो
वर्ना तुम्हारे पर
कट जाएंगे
तलवारें हवाओं में लटकी हैं
यकीनन यह
किसी जादूगर का कमाल है
कि तुम्हें
ये तलवारें नहीं दिख रहीं
और तुमने
खुला आकाश समझ
उड़ना शुरू कर दिया है ।

1 comment:

  1. सही कहा,,इन परिंदों को कौन बताए कि ये वो आकाश नही जो ये समझ के उड़ान भरी थी...|

    आप मेरे ब्लॉग पर आए इसके लिए आपका बहुत-बहुत आभार...| आगे भी हम यहीं उम्मीद करते हैं |
    सादर नमन |
    -मन्टू

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